छत्तीसगढ़ में फिर निकला धर्मांतरण का जिन्न, भाजपा संसद से लेकर सड़क पर उतरेगी

छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का जिन्न एक बार फिर निकला आया है | इस मुद्दे को लेकर अब भाजपा अब सड़क से लेकर संसद में  उतरने का फैसला किया है |राजधानी रायपुर में भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री शिवप्रकाश और प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी और सहप्रभारी नितिन नवीन की उपस्थिति में हुई बैठकों में इस पर चर्चा हुई |भाजपा जहाँ  एक तरफ  मानसून सत्र में यह मामला विधानसभा में उठाएगी , वहीं सांसद भी संसद में यह मामला रखेंगे।

- Advertisement -

deshdigital

छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का जिन्न एक बार फिर निकला आया है | इस मुद्दे को लेकर अब भाजपा अब सड़क से लेकर संसद में  उतरने का फैसला किया है |राजधानी रायपुर में भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री शिवप्रकाश और प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी और सहप्रभारी नितिन नवीन की उपस्थिति में हुई बैठकों में इस पर चर्चा हुई |भाजपा जहाँ  एक तरफ  मानसून सत्र में यह मामला विधानसभा में उठाएगी , वहीं सांसद भी संसद में यह मामला रखेंगे।

बता दें बस्तर के सुकमा एसपी द्वारा अपने अधिनस्थों को धर्मांतरण के सम्बन्ध में पत्र लिखा था और यह पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ | इसके कुछ दिन बाद कोंडागांव जिले में एक चर्च निर्माण के अवैध निर्माण और प्रसाशन द्वारा तोड़े जाने की जानकारी सामने आई थी |

सुकमा एसपी के पत्र के बाद  हालांकि राज्य सरकार धर्मांतरण की ऐसी किसी गतिविधि से इनकार किया है। राज्य कैबिनेट के प्रवक्ता और कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा था , मुझे लगता है कि प्रदेश में कहीं भी ऐसी परिस्थिति नहीं बनी है। कुछ घटनाओं की जानकारी के बाद सुकमा एसपी का पत्र सामने आया है। छत्तीसगढ़ में कहीं भी इस तरह की परिस्थिति का निर्माण नहीं हुआ है।

इसके बाद भाजपा से राज्यसभा सांसद राम विचार नेताम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मामले में हस्तक्षेप की मांग कर डाली । उन्होंने सुकमा एसपी के 12 जुलाई को लिखे पत्र का हवाला भी दिया है।

- Advertisement -

सुकमा के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने 12 जुलाई को अपने अधिनस्थों को लिखे पत्र में ईसाई मिशनरियों की गतिविधियों का उल्लेख किया था। उन्होंने लिखा, जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में स्थानीय आदिवासियों को बहला-फुसलाकर और ईसाई समुदाय में होने वाले लाभ का लालच देकर धर्मांतरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। छिंदगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम गुड़रा पतिनाइकरास, काकड़ीआमा, लौण्डीपारा, बारूपाटा में इनकी गतिविधियों की आसूचना है। इसके कारण भविष्य में स्थानीय आदिवासी और धर्मांतरित लोगों के बीच विवाद की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

राजधानी रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में  हुई बैठक में सुकमा के जिला प्रभारी रामू रोहरा ने जिले में हो रहे धर्मांतरण की जानकारी दी। इसी के साथ वहां के एसपी द्वारा अपने अधिकारियों को लिखे गए पत्र के बारे में बताया।

 धर्मांतरण  मामला सामने आने के बाद  सरकार को घेरने की रणनीति पर चर्चा हुई । इसी के साथ कोर ग्रुप की बैठक में भी धर्मांतरण को लेकर मंथन करने के साथ इस मामले में प्रदेश सरकार को सदन में घेरने की रणनीति बनाई गई।

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो बैठक में यह तय किया गया है कि अब प्रदेश सरकार पर एक साथ कई मुद्दों पर हमला किया जाएगा। इनमें जहां एक तरफ मोर्चा और प्रकोष्ठ अपने मुद्दे लेकर आंदोलन करेंगे, वहीं संगठन अपने मुद्दों को लेकर आंदोलन करेगा। साथ ही यह तय किया गया है कि हर वर्ग के लोगों से हर जिले में जिलों के प्रभारी जाकर मिलेंगे और उनकी समस्याएं जानने के बाद जहां उनके निराकरण का प्रयास होगा वहीं कोई बड़ा मुद्दा होने पर उक्त मुद्दे पर सरकार को घेरा जाएगा।

ग्रुप की बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, प्रदेशाध्यक्ष विष्णुदेव साय, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय, महामंत्री नारायण सिंह चंदेल, भूपेंद्र सवन्नी, पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय, रामविचार नेताम, गौरीशंकर अग्रवाल, पुन्नूलाल मोहले, विक्रम उसेंडी, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा उपस्थित रहे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.