ओडिशा में छत्तीसगढ़ की सरहदी इलाके से 1.50 करोड़ रुपये का सांप जहर जब्त
ओडिशा की देवगढ़ पुलिस ने 1 किलो से अधिक के सांप का जहर दो तस्करों से जब्त किया है| इसका बाजार मूल्य करीब 1.50 करोड़ रुपये है|पश्चिम ओडिशा के ये इलाके छत्तीसगढ़ की सरहद से सटे हैं |
भुवनेश्वर | ओडिशा की देवगढ़ पुलिस ने 1 किलो से अधिक के सांप का जहर दो तस्करों से जब्त किया है| इसका बाजार मूल्य करीब 1.50 करोड़ रुपये है| बता दें पश्चिम ओडिशा के ये इलाके छत्तीसगढ़ की सरहद से सटे हैं |
आरोपी पश्चिम ओडिशा के संबलपुर के सखीपाड़ा क्षेत्र व सिंदूरपंका गांव के बताए जा रहे हैं| वहीँ कालाहांडी और नुआपाड़ा जिलों में शुक्रवार को विभिन्न स्थानों पर छापे में तेंदुओं के 42 नाखून और दो दांत जब्त किए।
ओडिशा की देवगढ़ पुलिस की एक विशेष टीम ने शनिवार (20 नवंबर) को रियामल क्षेत्र में सांप के जहर की तस्करी करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया।
मिडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि दो तस्करों को कथित तौर पर तब पकड़ा गया जब वे खरीदारों को जहर की तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे। इस बीच, पुलिस ने उनके कब्जे से डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक कीमत का 1 किलो सांप का जहर जब्त किया।
देवगढ़ जिला पुलिस को सूचना मिली थी कि दो व्यक्ति जिले के रीमल पुलिस सीमा के तरंग गांव में 1 किलो जहर बेचने की योजना बना रहे हैं।
सूचना की तस्दीक करते पुलिस संबलपुर के सिंदूरपंक पहुंची और ग्राहक बनकर संदिग्ध आरोपी से मुलाकात की। मौके पर पुलिस को दो व्यक्ति मिले, जो करीब एक किलो सांप के जहर से भरे कांच के कंटेनर के साथ आए थे। आरोपी कैलाश चंद्र साहू और रंजन कुमार पाधी को गिरफ्तार कर लिया गया।
उधर पश्चिम ओडिशा के खरियार वन प्रभाग ने वन्यजीव तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई की | कालाहांडी और नुआपाड़ा जिलों में शुक्रवार को विभिन्न स्थानों पर छापे में तेंदुओं के 42 नाखून और दो दांत जब्त किए। वन्यजीव उत्पादों की तस्करी के आरोप में लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
खरियार जिला वन अधिकारी (DFO ) विवेक कुमार के नेतृत्व में वन विभाग ने सिनापाली में छापेमारी की और दो लोगों को गिरफ्तार किया। इनके पास से तेंदुए की 42 नाखून बरामद की गई हैं।
इन दोनों आरोपियों की निशानदेही पर एम रामपुर से दो दांत बरामद किए गए। नुआखौ भाग और चित्रसेन बाग नाम के पिता और पुत्र को वन्यजीव उत्पाद रखने और तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
खरियार DFO विवेक कुमार के मुताबिक हम तस्करों से व्यापारिक लिंक का पता लगाने के लिए अधिक जानकारी की उम्मीद कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के स्थानों की निकटता के कारण, यह उम्मीद की जाती है कि वन्यजीव व्यापार का पड़ोसी राज्य के साथ संबंध है। हम व्यापार की जड़ का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।