नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने भारतीय कमेंटेटर्स और विश्लेषकों पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने देश में क्रिकेट कमेंट्री को ‘एजेंडा आधारित’ करार देते हुए कहा कि यह खिलाड़ियों को निशाना बनाने पर केंद्रित होती है. यह बयान रोहित ने टेस्ट क्रिकेट से अपनी संन्यास की घोषणा के एक दिन बाद एक इंटरव्यू में दिया.
रोहित ने यूट्यूबर विमल कुमार के साथ बातचीत में भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई कमेंट्री के बीच अंतर को रेखांकित किया. उन्होंने कहा, “जब हम टीवी पर मैच देखते हैं, तो भारतीय कमेंटेटर्स जिस तरह की बातें करते हैं, वह ऑस्ट्रेलिया की कमेंट्री से बिल्कुल अलग होती है. यहां यह बहुत निराशाजनक है. मुझे लगता है कि वे बस किसी एक खिलाड़ी को निशाना बनाकर उसकी आलोचना करते हैं, जो बेहद निराशाजनक है.”
रोहित ने स्वीकार किया कि जब टीम का प्रदर्शन खराब होता है, जैसे कि न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में हार, तो आलोचना जायज है. लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि आलोचना का तरीका रचनात्मक होना चाहिए. “आजकल यहां एजेंडा के तहत आलोचना हो रही है, जो स्वीकार्य नहीं है. एक खिलाड़ी के लिए आलोचना को संभालना जरूरी है, लेकिन अनावश्यक आलोचना का मैं विरोध करता हूं,” उन्होंने कहा.
रोहित ने यह भी बताया कि भारतीय क्रिकेट प्रेमी खेल को समझने और उस पर सार्थक चर्चा चाहते हैं, न कि गपशप या मसालेदार खबरें. उन्होंने कमेंटेटर्स से खेल पर केंद्रित रहने और खिलाड़ियों की निजी जिंदगी पर टिप्पणी करने से बचने की अपील की.
38 वर्षीय रोहित ने बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी. उन्होंने 67 टेस्ट मैच खेले, जिनमें से 24 में भारत की कप्तानी की. उनकी कप्तानी में भारत ने 12 टेस्ट जीते और 2023 में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई, हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में हार का सामना करना पड़ा. रोहित अब वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व और कप्तानी जारी रखेंगे.