पटना| बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और इलाज के दौरान लगातार हो रही संक्रमितों की मौत से लोग सहम गए हैं। सूबे में अबतक 35 दिनों में इस वर्ष 594 संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है जबकि पिछले वर्ष 146 दिनों में 537 संक्रमितों की मौत हुई थी।
राज्य में इस वर्ष कोरोना संक्रमितों के दम फूलने और ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत की संख्या बढ़ी है। जबकि पिछले वर्ष संक्रमितों की सर्दी, खांसी, बुखार, हृदय रोग, किडनी रोग और कैंसर जैसे रोगों से ग्रसित होने के कारण मौत हुई थी।
पांच दिनों में राज्य में 258 कोरोना संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। जबकि 2020 में 16 अगस्त के पूर्व पांच दिनों में 68 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 21 अप्रैल तक राज्य में 1897 संक्रमितों की मौत हुई थी जबकि 25 अप्रैल तक संक्रमितों की मौत की संख्या बढ़कर 2155 हो गई। वहीं, पिछले वर्ष 12 अगस्त तक 474 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई थी जबकि 16 अगस्त 2020 तक संक्रमितों की मौत की संख्या बढ़कर 537 हो गयी थी।
राज्य में वर्तमान में कोरोना संक्रमितों की मौत की दर 0.5 फीसदी है। जबकि पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण काल में 16 अगस्त को संक्रमितों की मौत की दर 1.0 फीसदी थी।
संक्रमितों की पिछले पांच दिनों में हुई मौत
तिथि संक्रमितों की मौत
21 अप्रैल 56
22 अप्रैल 59
23 अप्रैल 54
24 अप्रैल 77
25 अप्रैल 68