ब्लैक फंगस से रिम्स में महिला की मौत, 3 विशेषज्ञों की टीम करेगी जांच

रांची रिम्स में ब्लैक फंगस से पीड़ित महिला की मौत के मामले में बरती गयी लापरवाही की जांच विशेषज्ञों की कमेटी करेगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है।  कमेटी को मामले की अविलंब जांच कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा गया है।

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रांची |  रांची रिम्स में ब्लैक फंगस से पीड़ित महिला की मौत के मामले में बरती गयी लापरवाही की जांच विशेषज्ञों की कमेटी करेगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है।  कमेटी को मामले की अविलंब जांच कर प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा गया है।

गिरिडीह के पचंबा की 45 वर्षीय उषा देवी को  5 मई को कोविड पॉजिटिव हुई थी। म्यूकर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) की पुष्टि होने के बाद बाद गिरिडीह के सदर अस्पताल से इन्हें रिम्स भेजा  गया था। 17 मई को उन्हें रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था।

महिला के बेटे  के अनुसार इलाज के दौरान ही उनकी मां की बायीं आंख की रोशनी भी चली गई। रिम्स में ऑपरेशन के नाम पर डॉक्टर टाल-मटोल कर रहे थे और फिर महिला को इलाज के लिए बाहर ले जाने को कहा गया।

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परिवार की माली हालत को देखते हुए उषा देवी के बच्चों की मांग थी कि या तो रिम्स में उनकी मां का बेहतर इलाज कराई जाए या फिर सरकार इच्छा मृत्यु की इजाजत दे। परिजनों ने रिम्स परिसर में धरना भी दिया था। इस मामले पर हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया और उषा देवी का समुचित इलाज करने के निर्देश दिया।

हाईकोर्ट की फटकार के बाद रिम्स में 8 जुलाई को महिला का ऑपरेशन किया गया। लेकिन उसके बाद उसकी स्थिति बिगड़ती चली गयी। ऑपरेशन के 72 घंटे बाद उसकी मौत हो गई। महिला के बेटे  का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद आंख की सर्जरी वाले हिस्से से खून बह रहा था। डॉक्टरों ने रात में माइनर सर्जरी कर उसकी मां को वेंटिलेटर पर रखा। सुबह स्थिति बिगड़ी तो कोई देखने नहीं आया। ब्लड प्रेशर और ऑक्सीजन लेवल गिरने से उसकी मां की मौत हो गई।

उषा देवी के बेटे गौरव गुप्ता ने इलाज में लापरवाही बताते हुए रिम्स प्रबंधन और डॉक्टरों के खिलाफ बरियातू थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने रिम्स निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद, अधीक्षक डॉ. विवेक कश्यप समेत ऑपरेशन करने वाले डॉ. संजय कुमार, डॉ. सीके बिरुआ, डॉ. मनीष, डॉ. आयुष प्रवीण, डॉ. आलोक प्रिया, डॉ. शिव प्रिया, डॉ. राकेश चौधरी, डॉ. अंसारी को आरोपी बनाया है।

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