दंतेवाड़ा| बोधघाट परियोजना ग्रामीणों की सहमति से ही बनेगी। कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने पत्रकारों से चर्चा में कही| वे बैलाडीला ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में किरंदुल आये थे|
बोधघाट परियोजना पर आदिवासियों द्वारा विरोध के बीच बैलाडीला ट्रक ऑनर्स एसोसिएशन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में किरंदुल पहुंचे लखमा ने पत्रकारों से मुखातिब होते उक्त बात कही।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान कहा था कि बोधघाट परियोजना बनकर रहेगी ।
इसके पहले हेलीकाप्टर से किरंदुल पहुंचे मंत्री का कार्यक्रताओ ने फुटबॉल ग्राउंड में जोशीला स्वागत किया। मंत्री कवासी लखमा बैलाडीला ट्रक आनर्स एसोशिएशन के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने पहुंचे।
कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने ट्रक पार्किंग के लिए बचेली और किरंदुल दोनों जगह व्यवस्था करने की बात कही ।
बोधघाट परियोजना पर आदिवासियों द्वारा विरोध करने के सवाल पर उन्होंने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि फिलहाल बोधघाट परियोजना के लिए अभी केवल प्रस्ताव रखा गया है इस पर कोई स्पष्ट निर्णय नही लिया गया है बस्तर के आदिवासियों के हित में ही कांग्रेस की सरकार फैसला लेगी ।
उधर बोधघाट परियोजना का विरोध करने हितालकुडुम में लामबंद आदिवासी 3 दिन बाद राजा डोकरा की पूजा कर लौटे। लौटते रहे ग्रामीणों ने कहा जमीन बचाने जब भी आंदोलन होगा हम फिर लौटेंगे।
तीन दिवसीय परिचर्चा में 15 ग्राम पंचायत के 56 गांव के लोग शामिल हुए थे। परिचर्चा में शामिल हुए ग्रामीणों ने जमीन नहीं देने की बात एक सुर में कही। तीसरे दिन अरविंद नेताम , जयकिशोर शर्मा, सर्व आदिवासी समाज के दसरथ कश्यप भी पहुंचे थे सभी ने परियोजना का विरोध किया।
बोधघाट परियोजना के लिए बनाई गई दंतेश्वरी जनजाति हित रक्षा समिति के सचिव रायतु मंडावी ने कहा अगला आंदोलन उग्र होगा जो जिला मुख्यालय में प्रदर्शन करेंगे। अपनी जमीन बचाने हर लड़ाई लड़ने को हम तैयार हैं।