छत्तीसगढ़ की कलाधानी बनेगा खैरागढ़: भूपेश बघेल

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा नवगठित खैरागढ़़-छुईखदान-गण्डई जिले को समृद्ध जिला और छत्तीसगढ़ राज्य की कलाधानी के रूप में विकसित करना है।

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रायपुर| मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ की गौरवशाली ऐतिहासिक संस्कृति, लोक संस्कृति एवं कला एवं संगीत को बढ़ाने की जरूरत है। नवगठित खैरागढ़़-छुईखदान-गण्डई जिले को समृद्ध जिला और छत्तीसगढ़ राज्य की कलाधानी के रूप में विकसित करना है।

खैरागढ़ इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के संस्थापक खैरागढ़ के राजा वीरेन्द्र बहादुर सिंह और रानी पद्मावती देवी तथा राजकुमारी इंदिरा को स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया। उन्होंने कहा कि संगीत के प्रति एक समर्पित भावना के साथ वर्ष 1956 में स्थापित इस विश्वविद्यालय ने देश-दुनिया में अपनी विशेष पहचान बनाई है ।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिले के निर्माण एवं खैरागढ़ महोत्सव के लिए सभी को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि खैरागढ़ जिला निर्माण प्रक्रिया शुरू हो गई है और यहां पर ओएसडी की नियुक्ति भी कर दी गई है। साल्हेवारा को पूर्ण तहसील एवं जालबांधा को उप तहसील बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश की गौरवशाली ऐतिहासिक संस्कृति, लोक संस्कृति एवं कला एवं संगीत को बढ़ाने की जरूरत है। नवगठित खैरागढ़़-छुईखदान-गण्डई जिले को समृद्ध जिला और छत्तीसगढ़ राज्य की कलाधानी के रूप में विकसित करना है। उन्होंने कहा कि बस्तर, सरगुजा, रायगढ़ एवं रायपुर में कला एवं संगीत का अध्ययन केन्द्र एवं शाखा होनी चाहिए। उन्होंने इसके लिए बजट में प्रावधान की बात कही।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य प्राचीन काल से समृद्ध राज्य के रूप में विख्यात रहा है एवं व्यापारिक रूप से समृद्ध रहा है। राज्य की प्राचीन संस्कृति सभ्यता और कला को विश्व मंच पर स्थापित करने और सहेजने की आवश्यकता है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की प्राचीन  विशेषताओं की जानकारी देते हुए कहा कि तरीघाट रीवाघाट की खुदाई से अनेक प्राचीन अवशेष मिले हैं। जो राज्य की समृद्ध संस्कृति और विशेषता को प्रदर्शित करता है। यह राज्य न केवल खनिज संपदा के क्षेत्र में अग्रणी है अपितु राज्य की संस्कृति और धरोहर भी विशिष्ट है।

उन्होंने  कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की ऐतिहासिक और पौराणिक विशेषता भी रही है। यहां राम वन गमन पथ के माध्यम से इन विशेषता को सहेजना का कार्य किया जा रहा है। जिससे राज्य की पहचान विश्व के मानचित्र में स्थापित हो सके। मुख्यमंत्री ने देर तक रूक कर सुप्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर श्रीमती कविता कृष्णमूर्ति के गीतों का आनंद लिया।

इसके पहले मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने  तीन दिवसीय खैरागढ़ महोत्सव का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने 6 करोड़ 51 लाख रूपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया तथा चिटफंड कंपनी के धोखाधड़ी के शिकार हुए राजनांदगांव जिले 17127 निवेशकों को एक करोड़ 57 लाख रूपए की राशि वापस लौटाई। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने राजनांदगांव जिले में 14 करोड़ 74 लाख रूपए की लागत से स्थापित 9 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय का लोकार्पण भी किया।

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