करंट से हाथी की मौत मामले में 2 गिरफ्तार, वनरक्षक निलंबित

बलौदा बाजार वन मण्डल के देवपुर वन परिक्षेत्र में करंट से हाथी की मौत मामले में वन विभाग ने दो आरोपी शिकारियों को विभिन्न स्थानों से धर दबोचा. आरोपियों के नाम नकुल सांवरा  , एवम जोहित बरिहा  बताया जा रहा है. वहीं लापरवाही के आरोप में वनरक्षक अजित ध्रुव को निलम्बित कर दिया है.

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पिथौरा| बलौदा बाजार वन मण्डल के देवपुर वन परिक्षेत्र में करंट से हाथी की मौत मामले में वन विभाग ने दो आरोपी शिकारियों को विभिन्न स्थानों से धर दबोचा. आरोपियों के नाम नकुल सांवरा  , एवम जोहित बरिहा  बताया जा रहा है. वहीं लापरवाही के आरोप में वनरक्षक अजित ध्रुव को निलम्बित कर दिया है.

बलौदाबजार वन मंडल के देव पुर क्षेत्र के ग्राम पकरीद में हाथी की मौत के मामले में नवनियुक्त डी एफ ओ की सक्रियता से हाथी की मौत के आरोप में  दो ग्रामीणो को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों  पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गयी है.

विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पकरीद के पास सोमवार को हुए हाथी की मौत मामले में सोमवार को ही वन विभाग की टीम ने नवनियुक्त डीएफओ मयंक अग्रवाल के निर्देश पर छापामार कार्रवाई करते हुए ग्राम पकरीद के ही नकुल सांवरा पिता रामेश्वर सांवरा उम्र 31 वर्ष को चिखली थाना सांकरा के पास उसके रिश्तेदार के यहां सुबह गिरफ्तार किया गया था.

इसके बाद वह दूसरे जोहित बरिहा पिता नारायण बरिहा  फरार था. जिसे मंगलवार को वन विभाग द्वारा कसडोल के पास ही पकड़ लिया गया. आरोपी पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9, 50, 51, 52 के तहत कार्रवाई की गयी है.

ज्ञात हो कि सोमवार की सुबह बालोदा बाजार वन मण्डल के देवपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम पकरीद विश्राम गृह के सामने कोई 50 मीटर दूर गिद्धपुरी मार्ग पर करंट में चिपकने से हुई एक और हाथी की मौत के बाद घटना स्थल पहुचे वन अफसरों ने घटना स्थल से भारी मात्रा में बिजली तार व बास खुटी जब्त  किया था.

क्या वन विभाग को आरोपियों के बारे में पहले से पता था?

ग्रामीण सूत्रों ने एक चोंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि वन विभाग को भी इस बात की जानकारी थी कि देवपुर परिक्षेत्र में कौन कौन ग्रामीण शिकार कर मांस का व्यवसाय कर रहा है. इसके परिणामस्वरुप ज़ब सोमवार को शेड्यूल वन प्राणी हाथी की मौत शिकारियों द्वारा सरकारी रेस्ट हाउस के समीप होने की जानकारी मिली तब उन्होंने मामला तूल न पकड़े इसलिए तत्काल दोनों शिकारियों को गिरफ्तार कर लिया. यदि वन विभाग इन्ही शिकारियों पर पूर्व में ही गिरफ्तार कर शिकार रोक देती तो इस तरह की घटनाएं नही हो पाती.

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 पकरीद और गिद्धपुरी में 2-2 परिसररक्षी,

 चारों को  हाथी की मौत की भनक तक नहीं

सरकारी तौर पर वन्य प्राणियों एवम वन अपराध रोकने के लिए घटना स्थल पकरीद एवम समीप के ग्राम गिद्धपुरी में कुल 4 परिसर रक्षी नियुक्त हैं.  इनमे दो परिसर रक्षी के निवास से चंद कदमो पर ही एक हाथी विद्युत करंट से मारा जाता है परन्तु इन कर्मियों को इसकी जानकारी भी नहीं मिल पाती यहां तक कि कुछ ही दूरी में देवपुर वन परिक्षेत्र मुख्यालय भी है. इसके बावजूद हाथी की मौत के 3 दिन बाद तक इसकी जानकारी वन अफसरों को नहीं लगना से साफ  है कि इस परिक्षेत्र के अफसर कर्मी न तो मुख्यालय में रहते हैं और न ही कभी क्षेत्र का दौरा ही करते हैं.

 

Forest Guard Suspension Order 071122

मात्र एक वनरक्षक ही दोषी

शेड्यूल वन प्राणी हाथी एवम देवपुर परिक्षेत्र के ही चेचरापाली में एक युवक की शिकारियों के जाल में फंसने से हुई मौत के मामले में मात्र एक वनरक्षक अजित ध्रुव को निलम्बित कर दिया गया है. ग्रामीणों की मानें तो देवपुर क्षेत्र में लगातार शिकार की घटनाओं के बाद भी डिप्टी रेंजर (वर्तमान प्रभारी रेंजर) की ऊंची पहुंच के कारण किसी भी घटना में गाज मैदानी कर्मियों पर ही गिरती है.

deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा

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