1100 के वी शिकारी करंट से हुई हाथी की मौत, बिजली तार व बांस खुटी जब्त,आरोपियों की तलाश

बलौदा बाजार वन मण्डल के देवपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम पकरीद विश्राम गृह के सामने कोई 50 मीटर दूर गिद्धपुरी मार्ग पर शिकारी करंट में चिपकने से हुई एक और हाथी की मौत के बाद घटना स्थल पहुचे वन अफसरों ने घटना स्थल से भारी मात्रा में बिजली तार व बास खुटी जब्त किया है.

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पिथौरा| बलौदा बाजार वन मण्डल के देवपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम पकरीद विश्राम गृह के सामने कोई 50 मीटर दूर गिद्धपुरी मार्ग पर शिकारी करंट में चिपकने से हुई एक और हाथी की मौत के बाद घटना स्थल पहुचे वन अफसरों ने घटना स्थल से भारी मात्रा में बिजली तार व बास खुटी जब्त किया है. शिकारियों के जाल में फंसकर हाथी की मौत होने की पुष्टि के बाद विभाग आरोपियों की खोजबीन में लग गया है.

वही बताया जा रहा है कि पकरीद के कुछ ग्रामीण घटना के बाद से ही ग्राम से बाहर चले गए है. वन अफसर शीघ्र ही शिकारियों को पकड़ने का दावा भी कर रहे हैं.

बता दें deshdigital ने घटना को सबसे पहले प्रमुखता से युवक के बाद अब शिकारी करंट से हाथी की मौत ! प्रकाशित किया था.

सोमवार को मृत जानवर की दुर्गंध के बाद ग्रामीणो ने आसपास देखा तो उन्हें पकरीद रेस्ट हाउस के महज 50 मीटर के भीतर ही एक हाथी मृत अवस्था मे पड़ा दिखा. ग्रामीणों के अनुसार हाथी की मौत विगत दो तीन दिन पूर्व हो चुकी होगी तभी हाथी के शरीर मे सड़न के कारण दुर्गंध उठ रही थी.

घटना स्थल पहुचे वन अफसरों एवम डी एफ ओ मयंक अग्रवाल ने वहां मौजूद पत्रकारों से चर्चा करते हुए हाथी की मौत 1100 के वी करंट से होने की बात कही है. घटना स्थल देवपुर मुख्यालय से कोई दो किलोमीटर दूर ग्राम पकरीद कक्ष क्रमाक 299 विश्राम गृह के सामने 50 मीटर की दूरी पर है. मृत हाथी की उम्र 15 से 18 साल बताई गई है.

अफसरों के मौका मुआयना करने पर मृत हाथी के पास बिजली करंट के खुले बिजली तार, बांस  खुटी भारी मात्रा में मिले हैं. देवपुर परी क्षेत्र में हाथी की करंट से मौत की यह दूसरी घटना है विगत वर्ष भी एक हाथी की मौत करंट से हुई थी.

 मृत हाथी घटनास्थल पर ही दफनाया गया

घटना के बाद मृत हाथी का पोस्टमार्टम कर हाथी को वही 2 क्विंटल नमक डाल कर दफन किया गया, घटनास्थल पर अतिरिक्त पी सी सी एफ सुनील मिश्रा , सीसीएफ जनक राम नायक, श्रीमती प्रनीता पाल सीसीएफ वन्य प्राणी, डीएफओ मयंक अग्रवाल सहित वन विभाग के प्रभारी वन परीक्षेत्र अधिकारी देवपुर पंचराम यादव, वन परिक्षेत्र अधिकारी कोठरी पवन सिन्हा मौके पर मौजूद थे.

वन मंडल अधिकारी मयंक अग्रवाल ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि मृत हाथी की मौत 2 दिन पहले ही हो चुकी थी आज अधिक दुर्गंध आने के कारण ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी थी जिस पर कार्रवाई की गई बिजली करंट से ही मौत होने की पुष्टि भी की गयी है.

क्षेत्र लगातार शिकारियों के कब्जे में

 डिप्टी रेंजर वर्षों से यहां के प्रभारी रेंजर

देवपुर परिक्षेत्र के ग्राम पकरीद, गिधपुरी, शिकार के मामले में वर्षों से संवेदनशील गांव रहे हैं, यह वन विभाग को अच्छी तरह से पता है. पहले भी कई बार यहां के लोग अवैध शिकार में लिप्त पाए गए हैं. वर्तमान घटना स्थल वन कर्मियों के मुख्यालय से लगा हुआ है और उन्हें इसकी भनक तक नहीं लगना, एक गैर जिम्मेदाराना व्यवहार प्रतीत होता है. इससे साबित होता है कि, कर्मचारी मुख्यालय में नहीं रहते , और ना ही नियमित रूप से वन गस्त में रुचि रखते. अतः जवाबदेही तय होनी चाहिए.

ज्ञात हो कि इस वन परिक्षेत्र में वर्तमान में एक डिप्टी रेंजर को रेंजर का प्रभार दिया गया है. जो कि पिथौरा में निवास कर रेंज संचालित करते हैं.  इसके पूर्व पदस्थ वन अफसर लगातार शिकार के मामले पकड़ कर शिकारियों पर कार्यवाही करते थे परन्तु वर्तमान प्रभारी रेंजर को शिकारियों को पकड़ने या वन अपराधों को रोकने में कोई दिलचस्पी नही होने के कारण ही विगत तीन दिनों में एक युवक एवम एक शिड्यूल श्रेणी के वन्य प्राणी की मौत शिकारियों के करंटयुक्त जाल में फंसने से हो चुकी है. ग्रामीणों की मानें तो यदि अभी भी देवपुर वन परिक्षेत्र में किसी रेंजर को नियुक्त नहीं किया गया तो हालात सुधरना मुश्किल है।

आरोपी शीघ्र होंगे शिकंजे में

वन मण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल ने पत्रकारों को बताया कि उक्त घटना के जिम्मेदार शिकारीयो की तलाश की जा रही है. आरोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

लापता युवक की जंगल में मिली लाश, मौत शिकारी करंट से ?

ज्ञात हो कि देवपुर वन परिक्षेत्र में ही विगत दो दिन पूर्व ग्राम चेचरापाली के पास जंगल मे एक युवक विद्युत करंट प्रवाहित शिकारी फंदे में फंस कर मारा गया था. इसकी पुष्टि भी बया पुलिस द्वारा की जा चुकी है.

deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा 

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