लापता युवक की जंगल में मिली लाश, मौत शिकारी करंट से ?

15 दिन से लापता युवक की सड़ी गली लाश जंगल से बरामद की गई है. पहिली नजर में शिकारी करंट से मौत होना लग रहा है. मामला बलौदाबाजार अंतर्गत पुलिस चौकी बया क्षेत्र के ग्राम चेचरा पाली की है.

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पिथौरा| 15 दिन से लापता युवक की सड़ी गली लाश जंगल से बरामद की गई है. पहिली नजर में शिकारी करंट से मौत होना लग रहा है. मामला बलौदाबाजार अंतर्गत पुलिस चौकी बया क्षेत्र के ग्राम चेचरा पाली की है.

समीप के जिला बलौदाबाजार अंतर्गत पुलिस चौकी बया क्षेत्र के ग्राम चेचरा पाली में एक युवक की सड़ी गड़ी लाश जंगल में पाई गई. प्रथम दृष्टया मामला शिकार हेतु लगाई गई करन्तयुक्त तार में फंसने से हुई मौत का लगता है.ज्ञात हो कि मृतक युवक विगत 15 दिन से घर से लापता था. जिसकी तलाश परिजन कर रहे थे. बहरहाल बया पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम हेतु कसडोल भेजा गया है।
घटना के सम्बन्ध में भय चौकी प्रभारी देवानंद माथुर ने बताया कि कल शनिवार शाम को चैचरा पाली के सरपंच द्वारा सूचना मिली कि एक युवक की लाश रंगोरा के जंगल में है. सूचना पर तत्काल घटनास्थल पहुंचकर शव की शिनाख्त हेतु आसपास के ग्रामीणों को बुलाया गया. जिस ग्रामीणों ने मृतक की शिनाख्त चेचरापाली निवासी केशव बरीहा पिता मोतीराम बरिहा उम्र 32 वर्ष के रूप में की गई.

मृतक विगत 22/10/ 2022 को घर से बिना बताए कहीं चला गया था जिस पर पुलिस चौकी बया में 28/ 10/ 2022 को गुम इंसान कायम किया गया था. मृतक की पहचान उसके भाई ने उसे चप्पल व कपड़ों से की है.

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चौकी प्रभारी ने बताया कि कल शाम को जंगल लकड़ी लेने गए ग्रामीणों ने इसकी सूचना सरपंच को दी थी कि जंगल में सडी गली लाश है लाश को देखने के बाद यह प्रतीत होता है कि मृतक की मौत करेंट से होना संभव है. घटना के कारणों का खुलासा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगा. बहरहाल पुलिस ने शव का पंचनामा कर शव को पोस्ट मार्टम हेतु भेज दिया हैं. आगे की जांच जारी है.

देवपुर रेंज पूर्व से ही शिकारियों के कब्जे में
गौरतलब है कि कसडोल का देवपुर रेंज शिकारियो के लिए स्वर्ग माना जाता है. इस परिक्षेत्र में एक डिप्टी रेंजर को रेंजर का प्रभार देने के बाद से ही शिकार के मामले पकड़े जाने ही लगभग बन्द हो चुके है. इसके पूर्व इस प्रतिनिधि ने पिथौरा से कसडोल के बीच देवपुर रेंज के दो जांच नाको का रियल्टी टेस्ट किया था जिसमे आसानी से शिकारियों के करंटयुक्त फंदा लगाकर शिकार करने की बात सामने आई थी. जो उच्च स्तर पर  संलिप्तता के संदेह को बल देता है.

deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा

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