समर कैंप में बहुत मज़ा आ रहा है…  

समर कैंप में हमें  बहुत मज़ा आ रहा है... यह कहना है ख़ुशी से चहकते पांचवीं कक्षा की एक बच्ची का.अभी उनके स्कूल में समर कैंप लगा हुआ है.जिसका आयोजन अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन की और से किया जा रहा है.  

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रायपुर| समर कैंप में हमें  बहुत मज़ा आ रहा है… यह कहना है ख़ुशी से चहकते पांचवीं कक्षा की एक बच्ची का.अभी उनके स्कूल में समर कैंप लगा हुआ है.जिसका आयोजन अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन की और से किया जा रहा है.

गर्मी की छुट्टी हो गई है पर बच्चे बहुत उत्साह के साथ अब भी स्कूल आरहे हैं, क्योंकि अभी उनके स्कूल में समर कैंप लगा हुआ है.  इस समर कैंप का जबरदस्त मज़ा ले रही  पांचवीं कक्षा के पायल निर्मलकर ने कहा – “समर कैंप में हमें  बहुत मज़ा आ रहा है, यहाँ हम डांस कर रहे हैं, ड्राइंग और पेंटिंग कर रहे हैं, कागज के नांव हवाई जहाज बना रहे हैं, कहानी लिख रहे हैं और कहानी पढ़ रहे हैं.”


“यहाँ हम फ्रेंड्स के साथ आते हैं और नाच गाने के साथ पढना लिखना भी सीख रहे हैं, यह हमारे लिए अलग अनुभव है.” यह कहना है पांचवी कक्षा की और एक छात्रा मानी साहू.

इससे पहले उनका इस तरह का कोई अनुभव नहीं था, और कोई समर कैंप में हिस्सा नहीं लिए थे. हमने पूछा की क्यों समर कैंप में कभी नहीं गए तो उनका जवाब था-“पहले ऐसा समर कैंप लगा ही नहीं, यह पहली बार लगा है.”
रायपुर के गंगानगर स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में पिछले एक तारीख से शुरू हुए इस समर कैंप में तक़रीबन 35 बच्चे आरहे हैं और यह कैंप 12 मई तक चलेगा.

स्कूल की शिक्षिका श्रीमती सारिका दुबे जो इस कैंप का संचालन कर रही हैं वह बच्चों के साथ खुद नाच गाकर बच्चों को उत्साहित कर रही हैं. उनका भी मानना है की यह समर कैंप न केवल उनके बच्चों के लिए बल्कि यहाँ के शिक्षक के रूप में उनके लिए भी एक अलग अनुभव दे रहा है और साथ ही वह इस से बहुत कुछ सीख रही हैं.

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“यह समर कैंप दरअसल बच्चों के इस मौजमस्ती के बीच उन्हें बिना पेन और पेपर के हम उनकी भाषा और गणित में सुधार की कोशिस कर रहे हैं. गर्मी के छुट्टी में बच्चे इधर उधर घूमते हैं और पढाई से उनका नाता दूर हो जाता है लेकिन इस कैंप में वह काफी उत्साह के साथ आरहे हैं और बहुत कुछ सीख रहे हैं. इस आयोजन के लिए अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन हमें सहायता कर रही है.” यह कहना है स्कूल की शिक्षिका श्रीमती सारिका दुबे का.

इस समर कैंप को आयोजन करने में अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से श्रीदेवी भी रोज आरही हैं. “ समर कैंप बच्चों के लिए मनोरंजक और क्रियात्मकता से भरपूर है. संसाधनों एवं अवसरों की सिमितिता की दुनिया में ये बच्चे जिस तबके आते हैं वह हमारे समाज का एक बड़ा तबका जिनके बच्चे सरकारी स्कूलो में जाते हैं, ये बच्चे स्कूलो में छुट्टियाँ लगने के बाद एक तरह से दिशाहीन हो जाते हैं ऐसे में यह अवसर उन्हें उनकी गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा पाने में काफी मदद कर रहा है.” ऐसा कहना है फाउंडेशन के श्रीदेवी वेंकट का.

गौर तलब है कि अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन राज्य के 8 जिलों में काम कर रही है (रायपुर, रायगढ़, बेमेतरा, धमतरी, बलौदाबज़ार, जांजगीर-चांपा, सरगुजा और जशपुर )  और इन जिलों में शासकीय स्कूलों में इस तरह के समर कैंप के आयोजन में फाउंडेशन के साथी स्कूल शिक्षकों के मदद कर रहे हैं.

देखें वीडियो 

इन केन्द्रों में में बच्चे न सिर्फ भाषा और गणित की गतिविधियों से रूबरू हो रहे हैं बल्कि संवैधानिक मूल्यों को भी इस सीखने -सिखाने की प्रक्रिया में जी रहे हैं, जैसे- अपने दूसरे साथियों को सीखने में सहयोग करना, अपने साथी के बारे में उसकी परिस्थितियों के प्रति संवेदनशील होना, सभी को समान अवसर के साथ सीखने के मौके मिलना, सभी बच्चों का सम्मान किया जाना आदि.

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