विकासखंड स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता में लामीडीह सोनचिरैया मानस मंडली प्रथम

पिथौरा विकासखंड स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता में ग्राम लामीडीह सोनचिरैया मानस मंडली ने प्रथम स्थान हासिल किया | अब यह मण्डली जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए अपनी दावेदारी करेगी |

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पिथौरा | पिथौरा विकासखंड स्तरीय रामायण मंडली प्रतियोगिता में ग्राम लामीडीह सोनचिरैया मानस मंडली ने प्रथम स्थान हासिल किया | अब यह मण्डली जिला स्तरीय प्रतियोगिता के लिए अपनी दावेदारी करेगी | विजेता टीम को 10000 रूपये पुरस्कार  के रूप में  प्रदान किये गए साथ ही सभी प्रतिभागी मंडलियों को  सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया |

छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार पंचायत से लेकर प्रदेश स्तर तक रामायण प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है| इस कड़ी में पिथौरा ब्लॉक के 08 सेक्टरो से चयनित  प्रथम  स्थान प्राप्त रामायण मंडलियों का खंड स्तरीय  प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसे सम्बोधित करते हुए जनपद अध्यक्ष  श्रीमती सत्यभामा नाग ने इस कार्य के लिए  सरकार की जमकर तारीफ की|

उन्होंने  कहा कि रामायण मंडलिया ग्रामीण संस्कृति की ध्वज वाहक है। हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। गांव गांव में गठित रामायण मंडलीया अनेक चुनौतियों का सामना कर रही थी  इस क्रम में मुख्यमंत्री द्वारा किये जा रहे प्रयासों ने रामायण मंडलियों  के जान फुकने का काम किया है जिसके लिए मुख्यमंत्री धन्यवाद के पात्र है।

अपने उदबोधन में जनपद उपाध्यक्ष श्री मुकेश यादव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में राम और रामायण दोनों ही जनमानस के अंतःकरण में बसे हुए है। यही कारण है कि  हम लोग सुख और दुख दोनों ही परिस्थितियों में  रामायण का आयोजन करते हैं । तीन दिन से लेकर नौ दिन तक रामायणों का सामूहिक अथवा सार्वजनिक आयोजन छत्तीसगढ़ की विशेष परम्परा है जो अन्य प्रांतों में विरला ही देखने को मिलता है|

श्री यादव ने कहा कि इस परम्परा को आगे बढ़ाने का कार्य कांग्रेस पार्टी ही करती हैं। छत्तीसगढ़ के गठन के बाद सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी में राज्य स्तर तक इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन किया था। 15 वर्षों तक इस पर ब्रेक लगा रहा अब पुनः सरकार में आने के बाद मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के द्वारा इस आयोजन को और अधिक भव्य तरीके से प्रारंभ किया गया है जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है।

इसके पूर्व जनपद अध्यक्ष श्रीमती सत्यभामा नाग ने भगवान श्री राम के चित्र पर पूजा अर्चना कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। निर्णायक मंडल में जनपद अध्यक्ष सत्यभामा नाग, सेवानिवृत व्याख्यता सविता डे, राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक नरेश नायक, विकास विस्तार अधिकारी जे.के.गजेन्द्र और रामायण प्रवचनकार बुध्देश्वर डड़सेना शामिल रहे।

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कुल 8 संकुलों से प्रथम स्थान प्राप्त मंडलियों ने हिस्सा लिया जिसमे सोन चिरैया मानस मंडली लामीडीह प्रथम , मोर भुइया मानस मंडली सांई सराईपालीद्वितीय  और सोनम मानस मंडली अठारहगुड़ी तृतीय स्थान पर रहे जिन्हें प्रोत्साहन स्वरूप क्रमशः 10,000, 2100, 1100 रुपये की नगद राशि  प्रशस्ति पत्र के साथ प्रदान की गई।

प्रतियोगिता में भाग लेने वाली अन्य सभी मंडलिया क्रमशः खेड़ीगांव, पतेरापाली, केशरपुर, उतेकेल, अरण्ड को सांत्वना पुरस्कार के रूप में 500-500 रुपये और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

करारोपण अधिकारी दिनेश दीक्षित ने सभी प्रवचनकारो के लिए प्रसंगानुकुल विषयों  का चयन किया गया | पंचायत इंस्पेक्टर सुखचरण चतुर्वेदी ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए प्रतियोगिता से जुड़े नियमों से प्रतिभागियों को अवगत कराया।

कार्यक्रम का संचालन उमेश दीक्षित और यशवंत डड़सेना ने किया  जबकि आभार प्रदर्शन  मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रदीप कुमार प्रधान ने किये।

कार्यक्रम को सफल बनाने  में वरिष्ठ करारोपण अधिकारी सुशील चौधरी , रेशमलाल भारती, सुभाष प्रधान, बसन्ती चौहान, आई.एस. ठाकुर, एस. डी. ओ., आर.एस. हेमंत डड़सेना, विकास अधिकारी डी. एल.बरिहा, संजय निषाद, विश्राम निषाद, हीरामणि यादव, श्याम पटेल, लेखराम जगत, हरिहर यदु, शांतिलाल पटेल, सूरज यादव, किशोर यादव का योगदान रहा। कार्यक्रम को प्रमुख रूप से जनपद सदस्य लेखराम दीवान, प्राचार्य के.डी. नाग, अनूप दीक्षित, एस. के.डी. डड़सेना, रामशंकर पांडे, नरेन्द्र सेन, कांशीराम शर्मा, दिनेश नामदेव, बीजू पटनायक, देवेंद्र होता सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

 

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