लखीमपुर खीरी: सभी विपक्षी नेता हिरासत में ,विरोध में प्रियंका अनशन पर

यूपी के  लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। सोमवार को मौके पर जाने की कोशिश करने वाले सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को रोक दिया गया अथवा हिरासत में ले लिया गया।  हिरासत में ली गईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी  ने इसके विरोध में अनशन शुरू कर दिया है ।

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नई दिल्ली | यूपी के  लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। सोमवार को मौके पर जाने की कोशिश करने वाले सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को रोक दिया गया अथवा हिरासत में ले लिया गया।  हिरासत में ली गईं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी  ने इसके विरोध में अनशन शुरू कर दिया है ।

वहीँ यूपी पुलिस ने  कहा कि लखीमपुर खीरी में दोपहर तक स्थिति सामान्य हो जाएगी। रविवार को हुई हिंसा के बाद आज किसानों और प्रशासन के बीच अब तक कई दौर की बातचीत हो चुकी है।  किसानों की लगभग सारी मांगे करीब करीब मान ली गई हैं और बातचीत आखिरी पड़ाव में है।

इधर यूपीसरकार ने कहा है कि “विपक्षी दलों का 2022 के विधानसभा चुनाव का सफर लाशों पर नहीं हो सकता। किसी को भी माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। ’

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ से लखीमपुर जाने से रोक दिया गया, जिसके बाद अखिलेश सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। बाद में उन्हें तथा पार्टी के मुख्य महासचिव रामगोपाल यादव को हिरासत में ले लिया गया।

इसके अलावा लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश करने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के मुखिया शिवपाल सिंह यादव को हिरासत में ले लिया गया |

 

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राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को रास्ते में अलग-अलग स्थानों पर रोक लिया गया। बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को भी लखीमपुर जाने से रोका गया।

लखीमपुर खीरी जाने के लिए लखनऊ आ रहे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल  को हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति नहीं दी गई |

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “उत्तर प्रदेश की सरकार मुझे राज्य में न आने देने का फरमान जारी कर रही है। क्या उत्तरप्रदेश में नागरिक अधिकार स्थगित कर दिए गए हैं?”

उधर  राज्य सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने विपक्षी दलों के नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने को अशांति फैलाने वाला राजनीतिक स्टंट करार दिया है।

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