महागठबंधन में दरार: बिहार के बाद अब झारखंड में राजद-कांग्रेस आमने-सामने
बिहार के बाद झारखंड में भी महागठबंधन के महत्वपूर्ण घटक राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पार्टी आमने सामने आ गये हैं।
रांची| बिहार के बाद झारखंड में भी महागठबंधन के महत्वपूर्ण घटक राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस पार्टी आमने सामने आ गये हैं। झारखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राज्य सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव के बयान से महागठबंधन में बयानबाजी शुरू हो गई है। रामेश्वर उरांव ने मनिका में एक सभा के दौरान राजद को बिहार की पार्टी कहा था, लातेहार में जनाधार नहीं होने को लेकर टिप्पणी की थी।
रामेश्वर उरांव के बयान से नाराज राजद प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह ने कहा कि महागठबंधन धर्म का पालन करते हुए मंत्री रामेश्वर उरांव को बयान देना चाहिए था। ऐसा गैर जिम्मेदाराना बयान वरिष्ठ मंत्री को शोभा नहीं देता है।
उन्होंने कहा कि बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव की सक्रियता से सभी दलों में स्वभाविक बेचैनी है। इसी के प्रतिक्रिया स्वरूप ऐसी बातें हो रही हैं।
राजद अध्यक्ष ने रामेश्वर उरांव पर भी निशाना साधते हुए कहा कि महागठबंधन के सहयोग से वह चुनाव जीते हैं। अकेले लड़ने से उनको अपनी राजनीतिक हैसियत का पता चल जाता। पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से झारखंड प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव, श्यामदास सिंह, युवा अध्यक्ष रंजन यादव, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मनोज कुमार, प्रदेश प्रवक्ता स्मिता लकड़ा, वरिष्ठ नेता सुरेन्द्र प्रसाद, महासचिव कमलेश यादव, राजेश रौशन, सोशल मीडिया प्रभारी अंजल किशोर सिंह शामिल हुए।