भाजपा- बीजद ने कानून व्यवस्था व चावल के मुद्दे को लेकर एक दूसरे के खिलाफ शुरू किया धरना
सत्तारूढ़ बीजद और मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने ओडिशा में केंद्र की लापरवाही और बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में मंगलवार को यहां राजधानी में सड़कों पर उतर कर विरोध जताया।
भुवनेश्वर। सत्तारूढ़ बीजद और मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने ओडिशा में केंद्र की लापरवाही और बिगड़ती कानून व्यवस्था के विरोध में मंगलवार को यहां राजधानी में सड़कों पर उतर कर विरोध जताया। एक तरफ जहां बीजद ने चावल और धान की खरीद के मुद्दों के विरोध में धरना दिया, तो वहीं दूसरी ओर पिछले 23 वर्षों में राज्य के लोगों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रहने के लिए भाजपा ने ओडिशा सरकार को निशाना बनाते हुए हड़ताल शुरू की है।
इस दौरान, भाजपा नेताओं ने नवीन पटनायक सरकार पर मंत्री नब दास की हत्या के कारणों का पता लगाने में विफल रहने और तीर्तोल विधायक बिजय शंकर दास के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं उनके क्षेत्र में सेक्स रैकेट चलाने का भी आरोप है। भाजपा ने रेत माफिया द्वारा बालेश्वर उपजिलाधिकारी पर हमले की भी निंदा की।
शहर में आज की हड़ताल के बाद विपक्षी दल कल राज्य भर के सभी ब्लॉकों के सामने विरोध प्रदर्शन करेगा। इसके बाद 16 फरवरी को गवर्नर हाउस के सामने एक विशाल धरना आयोजित करेगा। पार्टी राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजेगी। वहीं, राज्यपाल राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए उनके हस्तक्षेप की मांग करेंगे।
दूसरी ओर बीजद ने भी आज राजभवन के सामने धरना दिया। इसके अलावा कल बुधवार को राज्य भर के सभी पंचायत कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन करेगा और परसों ब्लॉक कार्यालयों का घेराव किया जाएगा। इस बीच, चावल के मुद्दे पर बीजेडी के विरोध को बीजेपी ने खराब कर दिया है।
भाजपा नेताओं ने कहा कि केंद्र द्वारा NFSA चावल को मुफ्त घोषित किए जाने के बाद, बीजद के लिए चावल योजना का लाभ लेने का रास्ता बंद हो गया है। बीजेडी अब राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के तहत समान मात्रा में चावल काटने के बाद प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत अतिरिक्त 5 किलो चावल के वितरण को जारी रखने की मांग कर रही है। यह सस्ती राजनीति है।