अंशिका साहू मानस मंडली पतेरापाली का चयन जिला स्तरीय रामायण प्रतियोगिता के लिए

महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखण्ड स्तरीय रामायण प्रतियोगिता में जामजूडा पतेरापाली की अंशिका साहू मानस मंडली का चयन जिला स्तरीय रामायण प्रतियोगिता के लिए हुआ है.

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पिथौरा| महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखण्ड स्तरीय रामायण प्रतियोगिता में जामजूडा पतेरापाली की अंशिका साहू मानस मंडली का चयन जिला स्तरीय रामायण प्रतियोगिता के लिए हुआ है. ज्ञात हो कि जनपद पंचायत क्षेत्र के कोई 8 सेक्टरों के 120 ग्राम पंचायतों में हुई रामायण प्रतियोगिता में चयनित 8 मानस मंडलियों ने स्थानीय जनपद परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया था.

रामायण प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक देवेंद्र बहादुर सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम के नाम से जाने जाते है. रामायण का हमारे छत्तीसगढ़ में विशेष महत्व है. प्रदेश में भगवान राम के अनेक स्थानों पर चरण पड़े है जो अब राम वन गमन पथ बन रहे है. भगवान राम कथा रामायण का धीरे धीरे कम होना चिंताजनक हो गया था. जिसे हमारे मुख्यमंत्री ने इस संस्कृति को बचाने ग्राम स्तर से प्रदेश स्तर पर रामायण प्रतियोगिता का आयोजन किया है. आज प्रदेश भर में रामायण की महत्ता बढ़ रही है.

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 ब्लॉक स्तर पर प्रदर्शन करने वाली मंडलियां 

रामायण प्रतियोगिता में विकासखण्ड के कुल आठ सेक्टर की आठ मानस मंडलियां शामिल हुई ये है सोनचिरैया मानस पार्टी लामीडीह,शिवचरण मानस मंडली अरण्ड, गंगासागर मानस मंडली खेडीगांव, तेजराम साहू मानस मंडली अमलीडीह,सुरभी मानस परिवार सपोस, अंशिका साहू मानस मंडली पतेरापाली,गोर भुईया मानस मंडली सांईसरायपाली एवम मया तरंग मानस मंडली राजपुर ने अपनी प्रस्तुति दी.

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्थानीय जनपद उपाध्यक्ष मुकेश यादव ने  कहा कि अब राम नाम पूरे प्रदेश में गूंजेगा पूर्व में ग्रामीण क्षेत्रो में फसल कटाई के बाद किसान त्योहार मना कर प्रायः प्रत्येक ग्राम में नवधा रामायण का आयोजन किया जाता था परन्तु मोबाइल के इस युग मे यह गौरवशाली परम्परा शिथिल हो रही थी. क्योंकि अपने आम जनजीवन  में लोग सभी सुख दुख में भगवान राम का स्मरण करते है. क्योंकि वे हम सब के दिलो में बसे है. इसी भावना को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा रामायण प्रतियोगिता का आयोजन किया है जो कि एक पंचायत स्तर से प्रदेश स्तर तक मंडलियां जाएंगी और रामायण पाठ करेंगी.

 

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