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अतिथि लेखक

क्या भारतीय लोकतंत्र की यह असली तस्वीर है ?

’इंडियन एक्सप्रेस’ अखबार ने 2023 के लिए देश के सौ सबसे महत्त्वपूर्ण प्रभावशाली हस्तियों की एक सूची जारी की है.  इस सूची में राजनीतिक पृष्ठभूमि के ताकतवर हस्तियों की संख्या सर्वाधिक है.…
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छत्तीसगढ़ : कर्ज और कृषि पर खर्च के मामले पर दूसरे राज्यों से बेहतर

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लगातार कर्ज लेने और कृषि पर अधिक खर्च करने को लेकर राज्य में विपक्ष द्वारा अक्सर सवाल उठाया जाता रहता है, लेकिन देश के कई राज्यों में कर्ज और खर्च के संतुलन को…
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छत्तीसगढ़ : भरोसे का समावेशी बजट

विश्लेषण और आंकड़ों के नजरिये से छत्तीसगढ़ सरकार का 2023-24 का बजट भरोसे और विकास का बजट तो है, इससे भी अधिक महत्वपूर्णं बात यह है कि इस बार का बजट समावेशी भी है और संतुलित बजट भी है।…
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आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट 2022-23 : सेवा क्षेत्र और प्रतिव्यक्ति आय पर फोकस की दरकार

छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रस्तुत 2022-23 के आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में मजबूत आर्थिक विकास के आधार एवं संकेत दिख रहे हैं, लेकिन सरकार को सेवा क्षेत्र पर और फोकस करने…
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कोविड के बाद ऑफलाईन परीक्षाएं : अब गुणवत्ता पर फोकस करने की दरकार

कोविड के बाद अंततः छत्तीसगढ़ के सभी राजकीय विश्वविद्यालयों के समस्त महाविद्यालयों में सेमेस्टर की ऑफलाईन परीक्षाएं चल रही हैं। ऑफलाईन परीक्षाओं के परिणाम आने में अभी वक्त है लेकिन तमाम…
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नोटबंदी उपयोगिता, प्रभाव, परिणाम और औचित्य

सुप्रीमकोर्ट के निर्णय के बाद नोटबंदी पर बहस भले ही अब खत्म हो जाती है, लेकिन नोटबंदी उपयोगिता, प्रभाव, परिणाम और औचित्य के मसले पर सदैव सवाल खड़ा करती रहेगी। नोटबंदी भले ही अपने…
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नववर्ष में जीवन की हकीकतों को स्वीकारना सीखें

जीवन में हमेशा याद रखी जानी चाहिए कि जीवन में बहुत सारी बातें समय के पहले समझ में नहीं आती हैं। जीवन का तर्जुबा समय के साथ ही समझ में आता है, इसके लिए चाहे आप कितनी भी कोशीश कर लीजिए।…
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छत्तीसगढ़ में शराबबंदी का जिन्न फिर बाहर निकला

छत्तीसगढ़ में शराबबंदी को लेकर कांग्रेस और भाजपा एक बार फिर आमने-सामने हैं। दरअसल में भाजपा की एक बड़ी नेत्री के बयान कि ’राज्य में 2023 में यदि बीजेपी की सरकार बनेगी तो शराबबंदी नहीं…
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एनपीए ’राइट ऑफ’ करने के खेल के पीछे की मंशा ठीक मगर निर्णय नहीं ?

देश के बैंकों ने पिछले पांच वित्तीय वर्षों के दौरान 10,09,511 करोड़ रुपये के खराब ऋण यानी एनपीए को राइट ऑफ कर दिया है। वित्त मंत्रालय की ओर से संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक…
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ब्याजदरें बढ़ाने से महंगाई थमने वाली नहीं, नीतियों में बदलाव की दरकार

बढ़ती महंगाई से आम भारतीयों को निजात दिलाने ब्याजदरें बढ़ाने का निर्णय कितना सही है अथवा कितना सटीक निकलेगा ? यह तो समय बतायेगा लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में भारतीय रिजर्व बैंक का यह…
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