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साध्वी सांसद प्रज्ञा ठाकुर क्यों हैं कोरोना संक्रमण से दूर ?
भोपाल| कोरोना को लेकर भाजपा नेताओं के अजीबोगरीब बयानों का सिलसिला जारी है| ताजा कड़ी में साध्वी सांसद प्रज्ञा ठाकुर का बयान आया है| उन्होंने बताया कि आखिर वे कोरोना संक्रमण से क्यों दूर…
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कोरोना के खिलाफ भाजपा का जंग इस तरह भी
पूरी दुनिया कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है| सब इस महामारी के खात्मे की उम्मीद कर रहे हैं| भारत दूसरे चरण के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है| कोरोना से निपटने केंद्र की भाजपा नीत सरकार तमाम…
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corona की जंग में राह दिखाती ये दो तस्वीरें
corona के खिलाफ जंग में हिस्सेदारी
corona संक्रमण के इस दौर में जब नेता किसी और के हक़ का बिस्तर और आक्सीजन तक छीन रहे है, बड़े-बड़े अस्पतालों में सरकारी खर्च पर इलाज करबा रहे हैं| ऐसे…
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बाबा साहेब! आप देश के जीवन का कैलेण्डर हैं
बाबा साहेब का यश केवल संविधान निर्माण की भगीरथ कोशिशों तक सीमित नहीं है। इस देश की जाति व्यवस्था की सड़ांध का दंश अम्बेडकर ने अपने स्नायुओं में झेला था।
वेदना को सामाजिक क्रोध और फिर…
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तो यह मठ और संघ का प्रपंच क्यों?
साधु बाबाजी! तुमको किसान का अनाज और व्यापारी का धन चाहिए। धन तुम्हारे लिए भी जरूरी और आवश्यक है तो तुम क्यों नहीं खेती और व्यापार कर लेते? साधु जी! तुम्हें भी बेटा-बेटी चाहिए पर दूसरों…
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‘भूलन द मेज़’ को राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर….
छत्तीसगढ़ के जाने-माने डायरेक्टर मनोज वर्मा निर्देशित फ़िल्म ‘भूलन द मेज़’ को क्षेत्रीय फ़िल्म कैटेगिरी राष्ट्रीय पुरस्कार दिए जाने की घोषणा हुई। इस खबर से छत्तीसगढ़ी सिनेमा…
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पूर्व आईपीएस ने लिखा जबरिया रिटायर
लखनऊ| यूपी के पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने अनिवार्य सेवानिवृति के बाद अपने आवास की नेमप्लेट बदलते हुए उसे सोशल मीडिया पर शेयर किया है। नेम प्लेट पर अमिताभ ठाकुर, आईपीएस (जबरिया…
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भगतसिंह भारतीय समाजवाद के सबसे कम उम्र के चिंतक
भगतसिंह भारतीय समाजवाद के सबसे कम उम्र के चिंतक हैं। विवेकानंद, गांधी, जयप्रकाश, लोहिया, नरेन्द्रदेव, सुभाष बोस, मानवेन्द्र नाथ राय और जवाहरलाल नेहरू वगैरह ने समाजवाद शब्द का उल्लेख…
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लोहिया के लिए राजनीति खुला आसमान था
राजनीति लोहिया के लिए खुला आसमान था। मूर्धन्य चिंतक होने के अतिरिक्त लोहिया मृत्युपर्यन्त असाधारण कर्मठता के साथ अपने आदर्शों को साकार करने की दिषा में सतत क्रियाशील ही रहे। स्वतंत्र…
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प्रेमी जोड़े को एक-दूसरे को चप्पल मारने की सजा?
लखनउ| प्रेमी जोड़ा शादी करना चाहता था, लिहाजा दोनों घर से भाग निकले| क्योकि उनके परिवार और ग्रामीण इसके खिलाफ हैं। जब पकडे गए तो पंचायत ने उन दोनों को एक दूसरे को चप्पल से मारने की सजा…
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