सीएम भूपेश बघेल ने कहा ,सत्ता के लिए प्रधानमंत्री कितना नीचे गिरेंगे ?

 सत्ता के लिए प्रधानमंत्री कितना नीचे गिरेंगे? लोगों की सहानुभूति चाहिए तो जान का खतरा बताया जा रहा है।  पंजाब की पूरी घटना वहां की कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने का षड्यंत्र है | छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने पंजाब में पीएम की कथित सुरक्षा चूक पर जमकर भड़के|

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रायपुर। सत्ता के लिए प्रधानमंत्री कितना नीचे गिरेंगे? लोगों की सहानुभूति चाहिए तो जान का खतरा बताया जा रहा है।  पंजाब की पूरी घटना वहां की कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने का षड्यंत्र है | छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने पंजाब में पीएम की कथित सुरक्षा चूक पर जमकर भड़के| उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं की ओर से पंजाब सरकार की बर्खास्तगी और  राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग का विरोध किया।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा में सीएम भूपेश बघेल   ने कहा, प्रधानमंत्री पूरे देश के हैं, चाहे वे किसी भी पार्टी के हों। उनकी सुरक्षा में चूक नहीं होनी चाहिए। पंजाब सरकार ने पूरी व्यवस्था की थी। सरकार को एयरपोर्ट, हेलिपैड और आयोजन स्थल की जानकारी दी गई थी। इसके लिए पंजाब पुलिस के 20 आईपीएस अधिकारी और 10 हजार जवान लगाए गए थे।

सीएम भूपेश बघेल ने दावा किया कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने बठिंडा से फिरोजपुर तक सड़क से जाने का प्लान पीएम  के बठिंडा पहुंच जाने के बाद बताया। इतने कम समय में उतने लंबे रास्ते को घेर पाना किसी के लिए संभव नहीं है।

सीएम भूपेश बघेल ने कहा, प्रधानमंत्री को यह क्यों कहना पड़ा कि जिंदा लौट पाया। क्या उनकी गाड़ी पर पत्थर फेंके गए। काले झंडे दिखाए गए। ऐसा नहीं हुआ। सच च तो यह है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को पंजाब में एक दलित सीएम बर्दाश्त नहीं हो रहा है। इन लोगों को पता चल गया है कि पंजाब और उत्तर प्रदेश से ये साफ होने वाले हैं।

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ऐसे में ये लोग विशुद्ध राजनीति कर रहे हैं। अगर प्रधानमंत्री को जान का खतरा था तो रैली करने क्यों गए। खराब मौसम की वजह से कई रैलियां रद्द हुई हैं। कोरोना की वजह से कार्यक्रम रद्द हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने कर दिया, प्रियंका गांधी ने कर दिया लेकिन प्रधानमंत्री को तो हर हाल में रैली करनी है| पीएम  वहां केवल राजनीति के लिए गए थे, यह दुर्भाग्यजनक है।

सीएम भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों और प्रधानमंत्री सुरक्षा की एजेंसी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, जब भाजपा और प्रधानमंत्री कार्यालय ने फिरोजपुर रैली का प्रोग्राम बनाया तो मौसम का नजर अंदाज क्यों किया।   मौसम खराब था तो हेलीकाप्टर से जाने का प्रोग्राम बनाकर प्रधानमंत्री की जान खतरे में क्यों डाली गई।

किसान आंदोलन में पंजाब के सैकड़ों लोग मरे हैं। वहां प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा खिलाफ वातावरण है। यह जानते हुए भी प्रधानमंत्री सड़क मार्ग से जाते हैं, उसका भी फैसला अचानक होता है। सीएम भूपेश बघेल ने पूछा, इस चूक के लिए केंद्रीय एजेंसियों पर क्या कार्रवाई हो रही है।

उन्होंने कहा, हमने तो झीरम हमले में अपनी लीडरशिप खोई है| झीरम घाटी में तो छत्तीसगढ़ कांग्रेस की एक पूरी पीढ़ी खत्म हो गई। जहां सुरक्षा दी जानी चाहिए थी वहां नहीं दी गई। तब तो भाजपा के लोगों की ओर से राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग नहीं उठी थी।

सीएम भूपेश बघेल  ने कहा, BJP के द्वारा तैयार की हुई यह स्क्रिप्ट है। जिसका मकसद चुनी हुई सरकार को बदनाम करना है। यह पूरी यात्रा एक राजनीतिक षड्यंत्र थी। जिस सभा में प्रधानमंत्री जा रहे थे, वहां 700 लोग भी नहीं थे। भीड़ बढ़ने की उम्मीद में प्रधानमंत्री सड़क से गए। 100 किमी चल भी चुके थे। तब भी लोग नहीं बढ़े तो वे लौट आए और बहाना सुरक्षा में चूक का बनाया। अब पंजाब की कांग्रेस सरकार को बदनाम करने का अभियान शुरू हो गया।

प्रधानमंत्री से पंजाब में एक दलित मुख्यमंत्री बर्दाश्त नहीं हो रहा है। प्रधानमंत्री इस घटना पर विशुद्ध रूप से राजनीति कर रहे हैं।

 

 

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