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भाषा, साहित्य, कला, संस्कृति

व्यंग्य : मूर्खता का स्वाद

मूर्खता का जायका ही अलग है , जिसकी जीभ में  एक बार लग जाता है वह कई तरह की मूर्खतायें करता जाता है | इसका आनंद ही कुछ और है | वे तमाम विद्वान् मूर्ख  के आगे फेल हो जाते हैं जो मूर्खता…
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यूक्रेन और भिलाई के दिल का रिश्ता

वह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद का शांतिकाल था और वैश्विक राजनीति में जवाहरलाल नेहरू की जबरदस्त धमक थी। ऐसे में जब 65 साल पहले हमारे भिलाई के इंजीनियर तत्कालीन सोवियत संघ गए तो वहां…
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भुवनेश्वर में दफन एक और प्राचीन मंदिर के अवशेष , विष्णु की प्रतिमा मिली

भुवनेश्वर। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ASI को  भुवनेश्वर के ओल्ड टाउन क्षेत्र में सूका सारी  मंदिर  परिसर में दफन एक और प्राचीन मंदिर के  अवशेष मिले हैं| यहाँ सबसे पुरानी भगवान विष्णु की…
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दानेश्वर शर्मा: उस तिकड़ी की आखिरी कड़ी भी टूट गई…

एक जमाने में भिलाई स्टील प्लांट में दानेश्वर शर्मा, डॉ. विमल कुमार पाठक और रमाशंकर तिवारी ''महराज'' की तिकड़ी हुआ करती थी। इस तिकड़ी की आखिरी कड़ी भी आज टूट गई। दानेश्वर शर्मा हमारे बीच…
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प्रशंसा का परिष्कृत रूप है स्तुति जो देवों को प्रिय होती है

'प्रशंसा, इतनी मोहक तथा मीठी होती है कि खाने वाला खाता चला जाता है। उसे इस बात की भी चिंता नहीं रहती कि पचाने की क्षमता उसमें है भी या नहीं? या कहीं वह अपच की स्थिति में रोग-ग्रस्त न हो…
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संशय, सनक में बदल सकता है

संशय की अधिकता व्यक्ति को मानसिक रोगी बना सकती है तथा संशय, सनक में बदल सकता है। मनोविज्ञान में लिखा है 'अधिकांश व्यक्तियों में संशय होता है। यदि संशय सामान्य भ्रम तक सीमित है, तब यह…
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सोनिया गांधी का नेतृत्व विकल्पहीन नहीं

सोनिया गांधी Sonia Gandhi का मानवीय पक्ष भी है। विदेश से आई युवती के जीवन में प्रौढ़ता आते ही वैधव्य छा गया। पचड़ेबाज लोग इटली लौट जाने का तंज कसने लगे। गुमनामी के रेवड़ में रहने से बेहतर…
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उपकार: जहां चिंतन की वाणी मौन

उपकार  ही एक ऐसा भाव है जहां चिंतन की वाणी मौन हो जाती है तथा अन्तस व मानस समवेत स्वर में स्वीकारने लगता है कि उपकार व्याख्या का नहीं अपितु अनुभूति का विषय है। उपकार: यदि व्यक्तित्व का…
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