ओडिशा से छत्तीसगढ़ दाखिल हथिनी की भूख से मौत!
ओडिशा से छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के जंगल में दाखिल हथिनी की भूख के चलते मौत हो गई | वन विभाग ने शव बरामद किया है| पशु चिकित्सकों की टीम आज उसका पोस्टमार्टम करेगी।
रायपुर| ओडिशा से छत्तीसगढ़ के गरियाबंद के जंगल में दाखिल हथिनी की भूख के चलते मौत हो गई | वन विभाग ने शव बरामद किया है| पशु चिकित्सकों की टीम आज उसका पोस्टमार्टम करेगी। उसकी पहचान उस मादा हाथी के रूप में की गई है जिसने इस इलाके में 5 लोगों की जान ली थी |
बतायाया गया कि सिकासेर के जंगल में ग्रामीणों ने मंगलवार दोपहर मादा हाथी का शव पड़ा देखा था। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। इस पर वनकर्मियों के साथ ही मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी पैकरा और गरियाबंद DFO मयंक अग्रवाल भी पहुंच गए। बताया जा रहा है कि मादा हाथी 3 दिन पहले से ही सिकासेर जलाशय में डेरा डाला था।
DFO मयंक अग्रवाल ने बताया एक मादा हाथी की मौत सिकासेर के जंगल में हो गई है। हाथी की उम्र करीब 30 साल थी। उन्होंने बताया कि मादा हाथी के मुंह में छाला हो गया था। ऐसे में प्रथम दृष्टया आशंका है कि खाना नहीं खा पाने के कारण भूख से उसकी मौत हुई है। शव का पोस्टमार्टम बुधवार को कराया जाएगा। इसके बाद ही असल वजह सामने आ पाएगी।
ओडिशा से दाखिल हाथियों का धमतरी में कहर, 3 मौतें
ओडिशा से दाखिल इस मादा हाथी ने धमतरी के नगरी सिहावा में जमकर उत्पात मचाया था। इस दौरान दो दिन में इसने 11 साल के बच्चे सहित 5 लोगों की जान ले ली थी। इसके बाद ये मादा हाथी जिले की सीमा छोड़ आगे बढ़ गया था।
बताया जा रहा है कि यह मादा हाथी अपने दल से बिछड़ गई थी। इसके बाद से ही लगातार उत्पात मचा रही थी और कई घर भी तोड़ दिए थे।

ओडिशा के सिकासेर से आया 30 हाथियों का दल करीब 5 महीने से विचरण कर रहा है। इस दल से 2 सदस्य एक हाथी व एक हथिनी अलग हो गए। यह दोनों ही चार दिन से सीतानदी रेंज, रिसगांव रेंज व अरसीकन्हार रेंज में घूम रहे है। फसल सहित कुछ घरों को भी तोड़ चुके हैं।