पिथौरा सिन्हा ज्वैलर्स चोरी: महिलाओं के कपड़े में थे चोर, सीसीटीवी में कैद
महासमुंद जिले के पिथौरा में बीती रात बस स्टैंड स्थित सिन्हा ज्वैलर्स का शटर तोड़ घुसे चोर वारदात के वक्त महिलाओं के कपड़े पहन रखे थे, चेहरे को भी छुपा रखा था। सीसीटीवी में कैद ये चोर शटर पुरी तरह से न खुल पाने से बड़ी वारदात में कामयाब नहीं हो सके।
पिथौरा। महासमुंद जिले के पिथौरा में बीती रात बस स्टैंड स्थित सिन्हा ज्वैलर्स का शटर तोड़ घुसे चोर वारदात के वक्त महिलाओं के कपड़े पहन रखे थे, चेहरे को भी छुपा रखा था। सीसीटीवी में कैद ये चोर शटर पुरी तरह से न खुल पाने से बड़ी वारदात में कामयाब नहीं हो सके। पांच लाख के सोने चांदी के गहने एवम 60 हजार रुपये नगद ले जा सके । पुलिस जांच जारी है।
पिथौरा नगर के समीप कर्मचारी कॉलोनी में कोई 9 लाख की उठाईगिरी का पुलिस सुराग भी नही लगा पाई है कि सोमवार मंगलवार की दरमियानी रात चोरों ने एक और बड़ी वारदात को अंजाम दे दिया। मंगलवार की सुबह से बस स्टैंड स्थित सिन्हा ज्वैलर्स का शटर टूटा देख कुछ लोगो ने इसकी जानकारी दुकान संचालक को दी।
दुकान संचालक संदीप सिन्हा ने दुकान देखी तो उसके होश उड़ गए।तभी आनन फानन में घटना की सूचना पुलिस को दी गयी। पुलिस मौके पर पहुच कर बड़ी चोरी के कारण डॉग स्क्वायड को बुलाया गया। ज्वैलर्स के अनुसार चोरों ने कोई पांच लाख के आभूषणों पर हाथ साफ किया है। इसके अलावा करीब 60 हजार रुपये नगद चोरी कर ले भागे।
महिला कपड़ों में आये थे चोर
ज्वैलर्स के आसपास के सी सी टी वी खंगालने से पता चला कि दो आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया।शटर तोड़ने वाला आरोपी महिला कपड़ो में दिखाई दे रहा है।चोरी के बाद आरोपी लाखागढ़ तालाब के ऊपर से हाइवे की ओर जाते दिखने की बात कही जा रही है।
एसपी भी मौके पर पहुंचे
घटना की जानकारी के बाद जिला पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला स्वयम मौके पर पहुच कर मुआयना किया।ज्ञात हो कि घटना को इस बार आरोपियों ने पहचान छुपाने के मकसद से महिलाओं के कपड़े पहन कर अंजाम दिया। बताया जाता है कि चोर शटर को काट कर दुकान के अंदर पहुच गए थे और ज्वैलरी एक बोरे में भर चुके थे परन्तु बोरी शटर के नीचे से निकल नहीं पाई लिहाजा वे जो हाथ आया उसे ले भागे।
ज्ञात हो कि क्षेत्र में असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद है। अभी सप्ताह भर पूर्व ही एक राइस मिल संचालक के घर के सामने खड़ी उसकी कार से ही 9 लाख 20 हजार की उठाईगिरी हो गयी थी।इस घटना की सूचना मात्र 20 मिनट के भीतर ही पुलिस को मिलने के बाद भी पुलिस अब तक आरोपियों का सुराग तक नहीं लगा पाई है।
deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा