बिरजू महाराज नहीं रहे
बिरजू महाराज नहीं रहे | बीते कुछ समय से उन्हें दिल्ली के साकेत हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था | बीती रात दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली|
नई दिल्ली। बिरजू महाराज नहीं रहे | बीते कुछ समय से उन्हें दिल्ली के साकेत हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था | बीती रात दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्होंने अंतिम सांस ली|
बिरजू महाराज की पोती रागिनी ने बताया कि महाराज का एक महीने से इलाज चल रहा था। बीती रात करीब 12.15-12.30 बजे उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई; जिसके बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट किया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
प्रसिद्ध कथक नर्तक पद्म विभूषण से सम्मानित 83 साल के बिरजू महाराज के निधन पर कला जगत ने विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है | सोशल मीडिया पर उन्हें याद किया जा रहा है |
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म विभूषण से सम्मानित पंडित बिरजू महाराज के निधन पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया।
The demise of legendary Pandit Birju Maharaj marks the end of an era. It leaves a deep void in the Indian music and cultural space. He became an icon, making unparalleled contribution to popularise Kathak globally. Condolences to his family and admirers.
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 17, 2022
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महान कत्थक नृत्य कलाकार पंडित बिरजू महाराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा है कि उनका निधन पूरे विश्व के लिये अपूरणीय क्षति है।
एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा हैः
“भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!”
भारतीय नृत्य कला को विश्वभर में विशिष्ट पहचान दिलाने वाले पंडित बिरजू महाराज जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। उनका जाना संपूर्ण कला जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति! pic.twitter.com/PtqDkoe8kd
— Narendra Modi (@narendramodi) January 17, 2022
छत्तीसगढ़ के आईपीएस दीपांशु काबरा ने बिरजू महाराज का एक वीडियो शेयर करते श्रद्धांजलि दी है | सिरपुर महोत्सव पर उनकी यादगार प्रस्तुति के इस वीडियो के साथ ट्विट किया है –
पंडित #BirjuMaharaj जी के निधन के साथ एक युग का अंत हुआ. उन्होंने कथक नृत्य की ज्योति को को दुनियाभर में फैलाया. यह एक अपूर्णीय क्षति है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें.
वे #SirpurMahotsav में #छत्तीसगढ़ आये थे. उनकी यादें पीढ़ियों को प्रेरणा देंती रहेंगी.
भावपूर्ण श्रद्धांजलि🙏 pic.twitter.com/DmNmvSQ2GF— Dipanshu Kabra (@ipskabra) January 17, 2022
बिरजू महाराज का जन्म 4 फरवरी 1938 को लखनऊ में हुआ था। इनका असली नाम पंडित बृजमोहन मिश्र था। ये कथक नर्तक होने के साथ साथ शास्त्रीय गायक भी थे। बिरजू महाराज के पिता अच्छन महाराज, चाचा शंभु महाराज और लच्छू महाराज भी प्रसिद्ध कथक नर्तक थे।