दो सोलर पावर्ड इलेक्ट्रिक कारों पर चल रहा तेजी से काम

आज हम आपको दुनिया की दो सोलर पावर्ड इलेक्ट्रिक कारों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनपर तेजी से काम हो रहा है। आने वाले समय में ये सड़कों पर रफ़्तार भरती हुई नजर आ सकती हैं।

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नई दिल्ली । आज हम आपको दुनिया की दो सोलर पावर्ड इलेक्ट्रिक कारों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनपर तेजी से काम हो रहा है। आने वाले समय में ये सड़कों पर रफ़्तार भरती हुई नजर आ सकती हैं।

अप्टेरा मोटर्स कार्प. पहली कंपनी है जिसने अपनी सोलर पावर्ड इलेक्ट्रिक कार को सड़कों पर उतरा दिया है जिसका नाम अप्टेरा पाराडीग्म है।

ये एक थ्री व्हीलर इलेक्ट्रिक कार है जिसका डिजाइन किसी स्पेसशिप जैसा नजर आता है जो दुनियाभर में मिलने वाली तमाम कारों से काफी यूनीक है।

अप्टेरा पाराडीग्म की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसकी स्पीड किसी इलेक्ट्रिक कार के हिसाब से काफी तेज है और ये महज 3.5 सेकेंड में शून्य से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ लेती है और इसकी अधिकतम स्पीड 177 किलोमीटर प्रति घंटे तक आसानी से पहुंच जाती है। इस कार में 25.0 केडब्ल्यूएच से लेकर 100.0 केडब्ल्यूएच तक की बैटरी लगी है।

यह इलेक्ट्रिक कार अलग-अलग मॉडल में 134 बीएचपी से लेकर 201बीएचपी तक की पावर जेनरेट कर सकती है।

आपको बता दें कि ये कार सूर्य की रौशनी से चार्ज हो जाती है क्योंकि इसकी बॉडी पर सोलर पैनल लगाए गए हैं। एक बार चार्ज होने पर इस 1000 मील या तकरीबन 1,600 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है।

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कंपनी ने अप्टेरा पाराडीग्म के लिए प्री-ऑर्डर सेल की शुरुआत की थी जिसमें यह कार 24 घंटे से भी कम समय में सोल्ड आउट हो गई।

अप्टेरा पाराडीग्म की तरह ही कैलीफोर्निया बेस्ड स्टार्ट-अप कंपनी हंबल मोटर्स ने एसयूवी हंबल वनतैयार की है और इसे दुनिया के सामने पेश कर दिया है।

ये कार भी सोलर पावर्ड है जिसका मतलब ये हुआ कि ग्राहकों की जेब पर खर्च काफी कम होने वाले है। इस कार की छत समेत कई अलग-अलग हिस्सों में सोलर पैनल्स लगाए गए हैं जिनका इस्तेमाल करके ये कार बैटरी को चार्ज कर लेती है।

हंबल वन में बैटरी चार्ज करने के लिए सोलर रूफ, इलेक्ट्रिसिटी जेनरेटिंग साइड लाइट्स, पियर टू पियर चार्जिंग, री-जेनरेटिव ब्रेकिंग और फोल्ड आउट सोलर ऐरे विंग्स दिए गए हैं। इन सब की मदद से एसयूवी की बैटरी आसानी से चार्ज होती रहती है।

मालूम हो ‎कि भारतीय कार मार्केट में जहां इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की एंट्री हो रही हैं वहीं इंटरनैशनल मार्केट में अब सोलर पावर्ड इलेक्ट्रिक कार उतारने की तैयारी चल रही है।

दरअसल इलेक्ट्रिक कारों को चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशंस की जरूरत होती है जो तुरंत नहीं मिलता है। जब तक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छी तरह से डेवलप ना हो जाए तब तक इलेक्ट्रिक कारों को चलाना किसी चुनौती से कम नहीं है।

इसी बात का ध्यान रखते हुए कुछ इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनियां अब इलेक्ट्रिक कारों में सोलर चार्जिंग का फीचर जोड़ रही हैं जिसकी बदौलत इन्हें चार्ज करने के लिए चार्जिंग स्टेशंस पर निर्भर ना रहना पड़े।

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