नफरत एवं हिंसा फैलाने वाले देश के हितैषी नहीं हो सकते-राहुल

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने देश में नफरत एवं हिंसा के लिए भाजपा एवं मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि नफरत एवं हिंसा फैलाने वाले देश के हितैषी नहीं हो सकते.

0 11

- Advertisement -

रायगढ़| कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने देश में नफरत एवं हिंसा के लिए भाजपा एवं मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि नफरत एवं हिंसा फैलाने वाले देश के हितैषी नहीं हो सकते.

रायगढ़ के जन नायक चौक में सभा को सम्बोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि आज जो भी देश में हिंसा फैल रही है उसकी वजह भाजपा और नरेंद्र मोदी की सरकार है. देश के लोगों के साथ अन्याय किया जा रहा है. मणिपुर में दो समुदाय को आपस में हिंसा में झोंक दिया. मणिपुर जल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी वहां नहीं गए. मुझे भी वहां से जाने से रोका गया.

- Advertisement -

उन्होने कहा कि देश के किसान, गरीब, पिछड़े वर्ग, आदिवासी, दलितों महिलाओं के साथ अन्याय किया जा रहा है. वह अन्याय आर्थिक और सामाजिक रूप में की जा रही है. देश में अन्याय का बीज बोकर नफरत और हिंसा फैलाई जा रही है.

राहुल गांधी ने कहा कि  जो देश में नफरत फैलाते हैं वो देश प्रेमी नहीं होते है. श्री गांधी ने नरेंद्र मोदी पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा की पहले हिंदुस्तान के इतिहास में कभी नहीं हुआ होगा जो प्रधानमंत्री मोदी ने किया है जिन युवाओं ने पांच साल मेहनत कर पसीना बहाया उन्हें सेना में नौकरी नहीं दी. एक लाख 50 हजार युवा भटक रहे हैं सेना में उनकी भर्ती हो गई थी बाद में उनकी भर्ती रद्द कर दी गई और कहा गया हम नहीं लेंगे. हिंदुस्तान के इतिहास में यह पहली बार हुआ. नियुक्ति हो जाने के बाद भी उन्हें नहीं लिया गया.

राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा गत 08 फरवरी को ओडिशा से छत्तीसगढ़ पहुंची थी. राज्य में यात्रा का दो दिन का विश्राम था. दो दिन के विश्राम के बाद आज फिर शुरू हुई. श्री गांधी दोपहर में रायगढ़ शहर पहुंचे और शहर में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा में माल्यार्पण कर खुली जीप में सवार होकर शहर में भ्रमण किया. शहर में यात्रा के दौरान पूरे रास्ते भर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा, श्री गांधी ने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्वीकार किया.

Leave A Reply

Your email address will not be published.