साईंस सेंटर 29 मई से फिर से खुलेगा

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रीजनल साईंस सेंटर प्रदेश का एकमात्र विज्ञान प्रादर्शों के प्रदर्शनी का केन्द्र है,रविवार 29 मई से पुनः अवलोकन के लिए प्रारंभ किया जा रहा है।

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रायपुर| छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रीजनल साईंस सेंटर प्रदेश का एकमात्र विज्ञान प्रादर्शों के प्रदर्शनी का केन्द्र है, जहां राज्य के आमजन, शिक्षक, शोधार्थी, विद्यार्थी, वैज्ञानिक एवं तकनीकी विशेषज्ञों के लिए विज्ञान के विभिन्न प्रादर्श इस प्रकार से स्थापित किए गए हैं, जो खेल-खेल में विज्ञान को सिखाने और इसके प्रति रूचि विकसित करने का अवसर प्रदान करता है। शासन की मंशानुरूप विज्ञान केन्द्र आमजन मानस, शिक्षा, शोधार्थी, विद्यार्थी हेतु रविवार 29 मई से पुनः अवलोकन के लिए प्रारंभ किया जा रहा है। यह विज्ञान केन्द्र मंगलवार से रविवार प्रातः 10 बजे से आरंभ होकर शाम 5.30 बजे तक अवलोकन हेतु खुला रहेगा। सोमवार साप्ताहिक अवकाश होने के कारण बंद रहेगा।
लगभग 10 एकड़ क्षेत्र में विकसित विज्ञान केन्द्र में 3 अति आकर्षक-रोचक और मनोरंजन पूर्ण गैलेरी हैं। प्रथम गैलेरी में लगे प्रादर्श छत्तीसगढ़ राज्य के प्रमुख खनिज सम्पदा, वन एवं पर्यावरण, जैव विविधता एवं औद्योगिक क्रांति से संबंधित है। दूसरी गैलेरी मापन दीर्घा है, जिसमें मापन के विभिन्न सिद्धांत, पुरातन मापन पद्धति से लेकर आधुनिक मापन विधि और साथ कुछ ऐसी भी चीजे हैं, जिनका मापन नहीं हो सकता है के बारे में विस्तृत रूप से दर्शायी गई है। तीसरी गैलेरी मनोरंजन विज्ञान दीर्घा के नाम से जानी जाती है, इसे भौतिक विज्ञान के विभिन्न सिद्धांतों पर तैयार किया गया है।
यह केन्द्र विज्ञान और प्रौद्योगिकी के सिद्धांतों, सूत्रों, प्रणालियों इत्यादि को सरल एवं व्यवहारिक तरीके से समझ पाने में योगदान प्रदान करता है। कोविड-19 महामारी की अवधि में इस केन्द्र में प्रदर्शनी का कार्य स्थगित रखा गया था। इस दौरान कई प्रादर्शाें के स्थान पर नवीन प्रादर्श राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद, कोलकाता, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से लगाए गए हैं, जिससे विज्ञान केन्द्र अब और अधिक आकर्षण का केन्द्र हो गया है।
यहां जल के महत्व और उसकी उपयोगिता को नागरिक भलिभांति जान सके और इनमें जागरूकता के उद्देश्य से इसकी महत्ता, उपभोग एवं बचत के बारे में एक विस्तृत दीर्घा में पृथक से दर्शाया गया है। अंतरिक्ष हमेशा से ही आम जन हो अथवा विद्यार्थी वर्ग सभी के लिए कौतूहल का केन्द्र रहा है, इसलिए इसकी सारगर्भित जानकारी प्रत्येक वर्ग को हो, इस हेतु इंफ्लेटेबल तारामण्डल अब प्रोजेक्टर एवं अन्य दृश्य-श्रव्य उपकरणों के संयोजन द्वारा डिजिटल वीडियो प्रक्षेपण प्रणाली से सुसज्जित कर तैयार कर ली गई है, जो रूचिपूर्ण एवं ज्ञानवर्धक है।
ग्रीष्मकालीन अवकाश के प्रभावी उपयोग के लिए विज्ञान केन्द्र विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों, भौतिकी, रसायन और प्राणी विज्ञान, रोबोटिक्स, विमान प्रतिरूपक आदि अनेक विषयों पर समर कैम्प आयोजन करने की योजना है। इस कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधानों का आदान-प्रदान करना है, जिससे प्रतिभागी अपने प्रतिभा का प्रदर्शन विज्ञान के क्षेत्र में कर सके। छत्तीसगढ़ रिजनल साईंस सेंटर तथा छत्तीसगढ़ विज्ञान एवं प्रौद्योगिक परिसर के महानिदेशक डॉ. एस. कर्मकार द्वार प्रदेश की समस्त जनता से इस केन्द्र में स्थापित विज्ञान प्रदर्शाें की प्रदर्शनी का अवलोकन हेतु आव्हान किया गया है।

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