स्कूल की जमीन पर अवैध निर्माण आदेश के बाद भी नहीं तोड़ा गया, महिलाओं ने खोला मोर्चा

ग्राम लाखागढ़ के स्कूल की जमीन पर अवैध निर्माण आदेश के बाद भी नहीं तोड़ा गया है . इसे लेकर अब प्रशासन के खिलाफ महिलाओं ने मोर्चा खोल लिया है

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पिथौरा| ग्राम लाखागढ़ के स्कूल की जमीन पर अवैध निर्माण आदेश के बाद भी नहीं तोड़ा गया है . इसे लेकर अब प्रशासन के खिलाफ महिलाओं ने मोर्चा खोल लिया है

ग्राम लाखागढ़ के स्कूल की जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई 8 दुकानों को तोड़ने के आदेश के बाद भी स्थानीय प्रशासन द्वारा नही तोड़े जाने से क्षुब्ध लाखागढ़ की महिलाये सोमवार को प्रशासन को चूड़ियां भेंट करेंगी. प्रशासन की कार्यशैली से आक्रोशित महिलाओं ने बताया कि पूरा लाखागढ़ ग्राम के एकमात्र स्कूल को बचाने जुटा है परन्तु प्रशासन आदेश के बाद भी कार्यवाही नही कर रहा है.

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अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पिथौरा, एवम तहसीलदार पिथौरा को दिए एक आवेदन में कहा है कि ग्राम के स्कूल की भूमि पर दबंगो द्वारा बेजा कब्जा कर व्यवसायिक दुकानों का निर्माण कराया जा रहा था. जिसे ग्रामीणों की शिकायत के बाद तहसीलदार द्वारा काम रोक कर सुनवाई की गई. सुनवाई में ग्रामीणों के आरोप की पुष्टि के बाद अवैध कब्जा हटाने का आदेश दिया गया था. परन्तु दो माह बाद भी इस पर कोई कार्यवाही नही हुई जिससे ग्रामीण खासे आक्रोशित है. महिलाओं ने सोमवार को प्रशासन को जगाने के लिए उन्हें चूड़ियां भेंट करने का निर्णय लिया है.

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ज्ञात हो लाखागढ़ निवासी गीता बंजारे, उर्मिला कोनारिया,अमला कोसरिया मंजू कोसरिया ,शशी कला, सरोज एवम जैनब सहित अनेक महिलाओं के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन दिया है जिसमे अनावेदक के विरुद्ध छ.ग. रा. संहिता 1959 की धारा 248(1) के तहत रुपये 1000.00 (अधरी एक हजार रुपये ) अर्थदण्ड रोपित कर अतिक्रमण भूमि से केजा कब्जा हटाये जाने का आदेश पारित किया गया था. परन्तु अधिकारियो द्वारा स्वयम के आदेश पर ही कार्यवाही करने से हिचक रहे है. इसलिये महिलाओं ने अधिकारियों का उत्साह वर्धन करने चूड़ी भेंट करने का निर्णय लिया है.

deshdigital के लिए रजिंदर खनूजा

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