परसा में अडानी पर खेल मैदान कब्जा करने का आरोप : देखें वीडियो

अडानी के खिलाफ परसा के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल लिया है | ग्रामीणों ने अडानी कम्पनी द्वारा  खेल मैदान की भूमि पर पशु पालन हेतु घेराव करने का आरोप लगाया है| ग्राम सभा में कई प्रस्ताव भी पास किये गए हैं |

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उदयपुर| अडानी के खिलाफ परसा के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल लिया है | ग्रामीणों ने अडानी कम्पनी द्वारा  खेल मैदान की भूमि पर पशु पालन हेतु घेराव करने का आरोप लगाया है| ग्राम सभा में कई प्रस्ताव भी पास किये गए हैं |

 

आज शुक्रवार को दर्जनों  ग्रामीणों ने  तहसील कार्यालय उदयपुर पहुंचे तथा नायब तहसीलदार रवि भोजवानी को ज्ञापन सौंपकर ग्राम परसा स्थित खेल मैदान में किए गए घेराव को हटाने की बात कही है|  सौपे गए ज्ञापन में इन्होंने बताया है कि ग्राम परसा खेल मैदान जो कि कई पीढ़ियों से चली आ रही है उसमें अदानी कंपनी द्वारा सीएसआर मद से पशुपालन हेतु घेराव किया गया है । जिसका पंचायत के द्वारा कोई प्रस्ताव नहीं दिया गया है, किसी भी ग्रामवासी को इसकी जानकारी भी नहीं है ।


उक्त घेराव को हटाने के लिए 23 मई 2022 को ग्राम सभा के द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था दिनांक 26 मई 2022 को यूथ क्लब के सदस्यों, जनप्रतिनिधियों और पंचायत प्रतिनिधि के साथ मिलकर कैंपस में लगे जाली को लोगों ने हटा दिया था।
इस दौरान ग्राम परसा में संचालित महिला कोऑपरेटिव सोसायटी की महिलाओं द्वारा 112 को फोन कर बुलाया गया| इसके बाद उदयपुर थाना प्रभारी के साथ कुछ महिलाएं परसा पहुंचकर यूथ क्लब के सदस्य एवं ग्राम वासियों से तथा उपसरपंच से पूछताछ की है जिसमें ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि ग्राम सभा की सहमति से उक्त जाली को हटाया गया है।

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थाना प्रभारी के द्वारा ग्राम सभा के प्रस्ताव को नहीं मानना भी इन लोगों के द्वारा बताया गया है तथा थाना प्रभारी द्वारा एसडीएम कार्यालय के अनुमति के बिना जाली हटाने के निर्णय को मान्य नहीं बताया गया है।

ज्ञापन सौंपने आए ग्रामीणों में से एक ग्रामीण युवक ने बताया कि उक्त जगह पर काफी गंदगी एवं कीचड़ है जिससे खेल में काफी परेशानी होती है|  बजबजाती नालियों से यहां परेशानियां बढ़ रही है|

आंगनबाड़ी में टीकाकरण का कार्य भी नहीं होता है| टीकाकरण के लिए बाहर मैदान का सहारा लेना पड़ता है। बजबजाती नालियों की वजह से लोग यहां जाना तक नहीं चाहते हैं। ग्रामीण महिलाओं ने मवेशियों को यहां से हटाने की मांग की है।

deshdigital के लिए क्रांतिकुमार रावत 

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