बस्तर में माओवादियों के सेन्ट्रल कमेटी मेंबर अक्की राजू की मौत

छत्तीसगढ़ के बस्तर में माओवादियों के  सेन्ट्रल कमेटी मेंबर हकीराजू हरगोपाल उर्फ अक्की राजू (63) की मौत हो गई| मौत की पुष्टि  माओवादी प्रवक्ता अभी ने तेलगु में जारी नोट में किया है| बस्तर आई जी  सुंदरराज पी ने भी इसकी पुष्टि की है | विभिन्न राज्यों में कई मामले लंबित थे और उन पर 97 लाख रुपये का इनाम था। छत्तीसगढ़ सरकार ने उसके ऊपर 50 लाख रुपये  का इनाम रखा था।

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जगदलपुर|  छत्तीसगढ़ के बस्तर में माओवादियों के  सेन्ट्रल कमेटी मेंबर हकीराजू हरगोपाल उर्फ अक्की राजू (63) की मौत हो गई| मौत की पुष्टि  माओवादी प्रवक्ता अभी ने तेलगु में जारी नोट में किया है| बस्तर आई जी  सुंदरराज पी ने भी इसकी पुष्टि की है | विभिन्न राज्यों में कई मामले लंबित थे और उन पर 97 लाख रुपये का इनाम था। छत्तीसगढ़ सरकार ने उसके ऊपर 50 लाख रुपये  का इनाम रखा था। इससे  पहले के  सेन्ट्रल कमेटी मेंबर रमन्ना और हरिभूषण की भी मौत हो चुकी है|

नक्सलियों के प्रवक्ता अभय की ओर से जारी किए गए पत्र में बताया गया है कि अक्की राजू लंबे समय से किडनी की बीमारी से पीड़ित था और उसका उपचार चल रहा था। डायलिसिस के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका।

सूत्रों के मुताबिक दक्षिण बस्तर यानी दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले के सरहदी इलाके में इस नक्सली नेता  की मौत हुई । नक्सलियों के प्रवक्ता अभय की ओर से जारी किए गए पत्र में बताया गया है कि अक्कीराजू हरगोपाल की मौत 14 अक्टूबर की सुबह 6 बजे हुई है। उसके शव को दफना दिया गया है।

63 वर्षीय नेता अक्कीराजू हरगोपाल उर्फ ​​रामकृष्ण जिन्हें आर.के. के नाम से जाना जाता है,  भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी की केंद्रीय समिति के सदस्य थे और प्रतिबंधित संगठन की आंध्र-ओडिशा सीमा विशेष क्षेत्रीय समिति के प्रभारी थे। पार्टी के एक प्रमुख विचारक आरके के खिलाफ विभिन्न राज्यों में कई मामले लंबित थे और उन पर 97 लाख रुपये का इनाम था।

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आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के तुमरुकोटा गांव के रहने वाले आर.के ने  अविभाजित आंध्र प्रदेश में वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के साथ शांति वार्ता में तत्कालीन भाकपा-माले पीपुल्स वार का नेतृत्व किया था।

अक्की राजू नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का मेंबर था। उसकी शादी नक्सली सिरीशा से हुई थी। दोनों का एक बेटा भी था मुन्ना उर्फ पृथ्वी, जो कि साल 2018 में रामगुड़ा मुठभेड़ में मारा गया था।

आरके की पत्नी सिरीशा ने हैदराबाद हाई कोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की थी कि वह  पुलिस  हिरासत में है । तब आंध्र प्रदेश पुलिस ने अदालत को बताया कि आर.के. उनकी हिरासत में नहीं था। बाद में माओवादियों ने बयान जारी कर कहा कि वह सुरक्षित है।

आर.के. अक्टूबर 2016 में ओडिशा के मलकानगिरी जिले में पुलिस के साथ गोलीबारी में घायल हो गया था। उस मुठभेड़ में 30 माओवादी मारे गए थे और शुरू में उनके लापता होने की सूचना मिली थी।

 

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