व्यंग्य : मूर्खता का स्वाद
मूर्खता का जायका ही अलग है , जिसकी जीभ में एक बार लग जाता है वह कई तरह की मूर्खतायें करता जाता है | इसका आनंद ही कुछ और है | वे तमाम विद्वान् मूर्ख के आगे फेल हो जाते हैं जो मूर्खता…
Read More...
Read More...